कवि के अनुसार फसल क्या है?
कवि ने इस पाठ में फसल के बारे में बात की है| कवि कहता है कि नदियों के पानी का जादू, मनुष्यों के श्रम का परिणाम, पानी, मिट्टी, धूप, हवा आदि का मिला-जुला रूप फसल है। फसल में वहाँ की स्थानीय मिट्टी के गुण, सूर्य की किरणों का रूपांतरण और हवा का वेग होता है| प्रकृति की इन सभी प्रक्रियाओं को मिलाकर कवि ने फसल की संज्ञा दी है|